पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english नात ख्वान ज़ोहेब अशरफ़ी की आवाज में बेहतरीन नात शरीफ पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english हैं मेरे ख़यालों में वो एहसास की सूरत, मैं भूल जाऊं उनको ये मुमकिन ही नहीं है, दिल सुनके उनका नाम धड़कता है अदब से, हालांकि उन्हें आंख से देखा भी नहीं है! पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। यह उनकी रज़ा है मुझे भेजें मुझे रोकें, वापस मैं नहीं आऊंगा, सोचा तो यही है। पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। हैं गुंबदे ख़ज़रा के सिवा और भी जलवे, आंखों के लिए ख़ास, नज़ारा तो यही है। पहुचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। इज़हार ए ग़म ए हिज्...
नेक मुस्लिम की उम्दा खूबियां/Nek Muslim Ki Umda Khubiyan/In Hindi
ये ब्लॉग पोस्ट नेक मुस्लिम की खूबियां क्या होती है और उसकी पेहचान केसे करे इसकी कुछ निसानियां है, खूबियां हैं जिस से नेक मुस्लिम को जान सकते हैं उसके बारे में हैं।
इस्लाम में ऐसी बोहोत सी खूबियां हैं जिस से एक इंसान बेहतर से बेहतर बन सकता हैं। इस्लाम के सच्चे तरीको पर अगर बंदा चलने की कोशिश करे तो वो अपनी दुनिया और आखिरत दोनो को संवार सकता हैं। इस्लाम एक बोहोत ही खूबसूरत मजहब हैं और इसमें नबी ए करीम सल्लल्लाहो अलयहे वसल्लम जो आखरी नबी हैं उन्होंने इस्लाम के सही तरीकों को बताया हैं। उन्होंने जिस तरीके से जिंदगी जीने का मकसद दिया है अगर इंसान उन तरीको पर चलेगा तो अपनी जिंदगी को , अपने दिन को , अपने घर परिवार, बच्चों को , और समाज को सुधार सकता हैं। पर अफसोस के एक मुसलमान ही आज अपने मकसद को भूल चुका है और ना जाने कितने गुनाहों को गले लगा कर गुम फिर रहा हैं। इसलिए इस पोस्ट में नेक मुस्लिम की उम्दा खूबियां को जान कर आज सायद आप या हम मैसे कोई तो अपने अच्छे बुरे बरताव को सुधार कर नेक मुस्लिम होने की कोशिश जरूर कर सकता हैं।
नेक मुस्लिम की उम्दा खूबियां
हज़रत सैयदोना हसन बसरी रहमतुल्लाहे फरमाते हैं: "ये बातें बातें नेक मुसलमानों की निशानियों (खूबियों) मैसे हैं।"
🔵💐 दीन (इस्लाम ) में मजबूती।
🔵💐 नर्मी बरतने में एहतियात।
🔵💐 इमान यकीन के साथ।
🔵💐 इल्म - बर्दास्त के साथ।
🔵💐 दोस्ती - समझदारी के साथ।
🔵💐 हुकुककी सही तरीके से अदायगी।
🔵💐 मालदारी में दरमियानी दर्जा।
🔵💐 फाकें (तंगी) में अच्छी तरह से सब्र।
🔵💐 ताकत के बावजूद एहशान।
🔵💐 दोस्ती में बरदाश्त।
🔵💐 सख्ती में सब्र।
🔵💐 गुस्से में हार न जाना।
🔵💐 शर्मो हया सरकशी पर न उभारे।
🔵💐 शहवत गालिब न हों।
🔵💐 पेट रुसवा न करें। (किसिका राज राज रखें)
🔵💐 लालच जलील न करें।
🔵💐 निय्यत में कमी न हों।
🔵💐 मजलूम की मदद करें।
🔵💐 कमजोर पर रेहम खाएं।
🔵💐 न कंजूसी करें, न हद से ज्यादा खर्च करें।
🔵💐 जब कोई जुल्म करें तो उसे मुआफ करदे।
🔵💐 किसी जाहिल से दर गुजर करें।
🔵💐 खुद तकलीफ उठा ले, लेकिन दूसरों को आसानी पहुंचाएं।❤️❤️❤️❤️❤️
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