Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Dini malumat sawal javab in hindi

S.A.KHALIFA

पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/Pahuchoon Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english

  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english नात ख्वान ज़ोहेब अशरफ़ी की आवाज में बेहतरीन नात शरीफ  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english हैं मेरे ख़यालों में वो एहसास की सूरत, मैं भूल जाऊं उनको ये मुमकिन ही नहीं है, दिल सुनके उनका नाम धड़कता है अदब से, हालांकि उन्हें आंख से देखा भी नहीं है! पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। यह उनकी रज़ा है मुझे भेजें मुझे रोकें, वापस मैं नहीं आऊंगा, सोचा तो यही है। पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। हैं गुंबदे ख़ज़रा के सिवा और भी जलवे, आंखों के लिए ख़ास, नज़ारा तो यही है। पहुचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। इज़हार ए ग़म ए हिज्...

दीनी मालूमात/बेहतरीन बीवी कौन हैं?/behtreen biwi Koun hai? dini malumat in hindi

दीनी मालूमात/बेहतरीन बीवी कौन हैं?/behtreen biwi Koun hai? dini malumat in hindi दीनी मालूमात/बेहतरीन बीवी कौन हैं?/behtreen biwi Koun hai? dini malumat in hindi इस ब्लॉग में हम जानेंगे दीनी मालूमात के जरिए की एक बेहतरीन बीवी कौन हैं?  बेहतरीन बीवी की बोहोत सी खुसिसियात हैं पर इनमे से कुछ को इस ब्लॉग में लिखने की कोशिश की हैं। इस से पहले मेरी दूसरी ब्लॉग में मेने  बेहतरीन सोहर कौन हैं ? और कैसा होना चाहिए  ये लिखा। जैसा की हम सब इस चीज से बेहतरीन तरीके से वाकिफ है की आज कल घरेलू जगड़े दिन ब दिन बढ़ते जा रहें हैं जिसका कोई हल ही नहीं निकल रहा। और इन घरेलू जगड़ों में सब से ज्यादा आम जगड़े मियां - बीवी के ही होते हैं। अगर आज हर इस्लामिक घर इस्लामिक तरीकों से रहने लगें तो हर घर के अंदर का माहोल बेहतर से बेहतर बन सकता हैं। सोहर और बीवी को चाहिए के अपने अमल को सही कर लिया करे। क्यूंकि सिर्फ ये दो सख्श हैं जिनके ऊपर पूरे घर का सुख और दुख टीका हूवा होता हैं। अगर सोहर वाकेही में  बेहतरीन सोहर   बन जाए और अगर बीवी वाकेही में बेहतरीन बीवी बन जाए तो आज दुनि...

Eid ke din ki tasbeeh in hindi- ईद के दिन की तस्बीह इन हिंदी/दीनी मालूमात इन हिंदी

Eid ke din ki tasbeeh in hindi- ईद के दिन की तस्बीह इन हिंदी/दीनी मालूमात इन हिंदी Eid ke din ki tasbeeh in hindi - ईद के दिन की तस्बीह इन हिंदी/दीनी मालूमात इन हिंदी ईद के दिन पढना अफजल माना जाता है और इसे पढने से काफी सवाब मिलता है। और गुनाहों की माफी भी होती है, इसलिए इन तस्बीह को जानना आपके लिए जरूरी है, इस पोस्ट में आपको उन तस्बीहात को बताएंगे जिसे आप ईद के दिन पढ़ सकते हैं। ईद दुनिया भर के मुसलमानों के लिए खुशी का दिन है। इस्लाम में दो ही खुशी के दिन हैं, ईद-उल फित्र और ईद उल जुहा। रमजान में पूरे महीने रोजे रखने के बाद ईद-उल फित्र मनाई जाती है। ईद अल्लाह से इनाम लेने का दिन है।🤗   रमजान-उल मुबारक माह के बाद ईद-उल-फित्र के इस मुबारक दिन सुबह के वक्त शहर भर के लोग ईदगाह में जमाकर होकर ईद की नमाज अदा करते हैं।  नमाज के पहले हर मुसलमान के लिए फितरा देना फर्ज है। फितरे के तहत प्रति इंसान पौने दो किलो अनाज या उसकी कीमत गरीबों को दी जाती है। इसका मकसद यह है कि गरीब भी ईद की खुशी मना सकें।   ईद की नमाज के बाद इमाम खुत्बा देते हैं और दुआ फरमाते हैं। इसके बाद सभी ईमान वाले ए...

Ramzan Mubarak/Taraweeh Namaz Ki Niyat aur Tarika In Hindi/तराविह नमाज़ की नियत और तरीका इन हिंदी/दीनी मालूमात इन हिंदी

Ramzan Mubarak/Taraweeh Namaz Ki Niyat aur Tarika for ledies In Hindi/तराविह नमाज़ की नियत और तरीका फॉर लेडीज इन हिंदी/दीनी मालूमात इन हिंदी नाज़रीन आज मैं आपके लिए बहुत अहम और जरूरी पोस्ट Ramzan Mubarak/Taraweeh Namaz Ki Niyat aur Tarika for Ledies In Hindi/तराविह नमाज़ की नियत और तरीका फॉर लेडीज इन हिंदी/दीनी मालूमात इन हिंदी लेकर आई हूं। हमारी बहुत सी बहने हर बार तराविह की नमाज़ को लेकर बहुत कन्फ्यूज़ रहती है और परेशान रहती है । लेकिन आज मैं इनशा अल्लाह आपकी तराविह की नमाज़ से जुड़ी सारी प्रॉब्लेम दूर करने की कोशिश करूंगी। इस नमाज़ मे कितनी रकअत होती है , क्या ये नमाज़ औरतों के लिए जरूरी है । क्या वित्र वाजिब तराविह की नमाज़ के बाद पढ़ने चाहिए ? इसके अलावा भी बहुत से सवाल है जिनके जवाब आज मैं आपको इनशा अल्लाह आसान लफ्जों मे बताउंगी। गुजारिश है के इस लेख को आखिर तक लाज़मी पढे ताकि आपको Ramzan Mubarak/Taraweeh Namaz Ki Niyat aur Tarika for ledies In Hindi/तराविह नमाज़ की नियत और तरीका फॉर लेडीज इन हिंदी/ दीनी मालूमात इन हिंदी की मुकम्मल जानकारी मिल सके।   क्या ये नमाज़ औरतों के लिए जरूर...

Behtareen Banda Koun Hai?/बेहतरीन बंदा कौन हैं?/दीनी मालूमात इन हिंदी

Sabse Behtareen Banda Koun Hai?/सबसे बेहतरीन बंदा कौन हैं?/दीनी मालूमात इन हिंदी हमारे सारे अमल में सबसे अफजल अमल वोह है जिसका फायदा दूसरों को पहुंचे। बिलकुल वैसे ही हम सब बंदों में Sabse Behtareen Banda Koun Hai?/सबसे बेहतरीन बंदा कौन हैं? यानी की सबसे बेहतर बंदा वो हैं जो की अपने अमल से ना सिर्फ बेहतर इंसान बने बल्की अपने अमल के जरिए से दूसरों को भी फायदा पहुंचाएं।  मुफस्सिरे शहीर हकीमुल उम्मत हजरते मुफ्ती अहमद यार खान अलयहि रहमतुल हन्नान मजीद फरमाते हैं: ""इस्लाम में तबलीग बड़ी एहम इबादत हैं की तमाम इबादतों का फायदा खुद अपने आप को ( यानी अपनी जात को) होता ही हैं मगर तबलीग वो चीज हैं जिसके फायदे दुसरो को भी "लाज़िम" (यानी सिर्फ अपनी जात को फायदा पहुंचाने वाले अमल ) से "मुतअदी" (यानी ऐसा अमल जो दूसरों को भी फायदा दे वोह) अफजल हैं। "" रिवायत में हैं की किसी ने हुजूरे अनवर सल्ललाहो तआला अलयहि व आलेहि व सल्लम से पूछा की " Sabse Behtareen Banda Koun Hai?/सबसे बेहतरीन बंदा कौन हैं?" तो आपने फरमाया : अल्लाह तआला से डरने वाला, सिलए रेहमी (...

दीनी मालूमात/मियां-बीवी के एक-दूसरे पर हुकूक/miyaan biwi ke ek dusre par hukuk/dini malumat in hindi

दीनी मालूमात/मियां-बीवी के एक-दूसरे पर हुकूक/miyaan biwi ke ek dusre par hukuk/dini malumat in hindi दीनी मालूमात/मियां-बीवी के एक-दूसरे पर हुकूक/miyaan biwi ke ek dusre par hukuk/dini malumat in hindi सोहर और बीवी का रिश्ता बहुत ही नाजुक होता हैं। अगर भाई - भाई में दुश्मनी हैं, भाई बहन में दुश्मनी हैं, या फिर घर के किसी और रिश्ते में दुश्मनी है और मरते दम तक आपस में बात ना करें तब भी भाई भाई ही रहता हैं या बहन भाई ही रहेंगे। लेकिन मियां - बीवी  का रिश्ता एक वाहिद रिश्ता होता हैं। जो अगर एक बार टूट जाएं तो हमेशा के लिए एक दूसरे के लिए हराम ही हो जाते हैं। यानी की बिलकुल ही अजनबी हो जाते हैं। यही वजह हैं की अल्लाह तआला को सबसे ज्यादा जो काम ना पसंदीदा है वो हैं मियां बीवी का अलग होना।  इस लिए आज कल वो सबसे ज्यादा काम जो अल्लाह तआला को ना पसंदिदा है वो मियां बीवी के रिश्ते में आम हो चुका हैं। इसलिए मियां - बीवी को चाहिए के मियां - बीवी के एक दूसरे पर हुकूक क्या हैं वो समझे। ताकि कुछ हद तक बिगड़े हुवे रिश्तों को सुधारा जा सके। या फिर नए जुड़ने वाले रिश्तों को सही ...

दीनी मालूमात/बेहतरीन सोहर कौन हैं?/behtreen sohar Koun hai? dini malumat in hindi

दीनी मालूमात/बेहतरीन सोहर कौन हैं?/behtreen sohar Koun hai? dini malumat in hindi दीनी मालूमात/बेहतरीन सोहर कौन हैं?/behtreen sohar Koun hai? dini malumat in hindi दुनियां में सबसे अजीम तरीन एक रिश्ता हैं जिसके जरिए पूरी दुनिया का ये मामुल चल रहा हैं। अगर इस रिश्ते में कौनसे हुकूक है ये जान लिए जाए तो सायद दुनिया के आधे से ज्यादा दुख कम हो सकतें हैं। वो अजीम तरीन रिश्ता है सोहर और बिवि का। सोहर के हुकूक क्या है ? और बीवी के हुकूक क्या है? ये इस्लाम के अंदर बोहोत ही बेहतरीन अंदाज और एक दूसरे के लिए बाइसे रहमत बन सके इस तरीके से बयां किए गए हैं। मियां बीवी के बेहतरीन हुकूक में से आज इस पोस्ट में हम जानेंगे की बेहतरीन सोहर कौन हैं?   तो आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में दीनी मालूमात में ये जानेंगे के बेहतरीन सोहर कौन हैं? बेहतरीन सोहर की शान क्या हैं? तो इस सुवाल का जवाब ये हैं कि बेहतरीन सोहर वो ! 👇 ✨🔵जो अपनी बीवी के साथ नरमी खुस खुल्खी और हुस्ने सुलूक के साथ पेश आए!  ✨🔵जो अपनी बीवी के हुकूक अदा करने में किसी किस्म की गफलत और कोताहि ना करे !  ✨🔵जो अपनी बीवी का इस ...

दीनी मालूमात - अल्लाह तआला ने चांद सूरज और सितारों को कीस दिन पैदा किया?

दीनी मालूमात - अल्लाह तआला ने चांद सूरज और सितारों को कीस दिन पैदा किया? Option A 🔵 :- Sunday/इतवार को। Option B 🔵 :- wednesday/बुध को। Option C 🔵 :- Friday/जुम्मा को। Option D 🔵 :- Monday/पीर को। इस सवाल के जवाब के साथ साथ कुछ खास दीनी मालूमात आप सब के लिए ये रही।👇 दीन की एहम मालूमात की जानकारी रखना हर मोमिन के लिए अपने ईमान को ताजा करने वाली बात हैं। इस लिए आप खुद भी इस मालूमात को हासिल करें और दूसरो तक भी जरूर पहोंचाए। 🔵अल्लाह तआला ने ज़मीन को इतवार के दिन पैदा फरमाया।  🔵 पीर के दिन पैदा फरमाया पहाड़ों को ।  🔵पहाड़ों में छिपे हुए ख़ज़ानों और मादनयात (खनिज) को मंगल के दिन पैदा फ़रमाया।  🔵पेड़-पौधे, शहर, आबादियाँ, वीरान जगहें बुध के दिन पैदा कीं गई। 🔵 जुमेरात को आसमान को पैदा फ़रमाया। 🔵 जुम्में के दिन सूरज,चाँद, सितारे और फ़रिश्तों को पैदा फ़रमाया। और जुम्में की बची हुई बाक़ी तीन घड़ियों में से पहली घड़ी में लोगों की उमरें और दूसरी घड़ी में आफ़तों और मुसीबतों को पैदा फ़रमाया। तीसरी और आख़िरी घड़ी में आदम अलय ही सलाम को पैदा फ़रमाया। ...

दीनी मालूमात - इबलीश का तख्त कहां हैं?

दीनी मालूमात - इब्लीश का तख्त कहां हैं? Option A 🔵 :- जमीन के नीचे। Option B 🔵 :- इसराइल में। Option C 🔵 :- दोजख के ऊपर। Option D 🔵 :- समंदर के ऊपर। इस सवाल का जवाब जान ने से पेहले जवाब के साथ साथ कुछ  दीनी मालूमात  भी आप के लिए।👇 🔵 रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया इब्लीस का तख्त समुंदर पर है । और वो अपने लश्करों को लोगों में भेजता है (फसाद फैलाने के लिए)। 🔵 इब्लीश की नजर में मरतबे में ज्यादा अच्छा वो होता है, जो बड़ा फसाद डाले।  🔵 जब कोई शैतान ( इब्लीश ) से आकार कहता है कि मैंने फला काम किया। (यानी किसी से चोरी करवा दी, किसी को शराब पिला दी, किसी से डाका डलवा दिया) तो  इब्लीश  कहता है कि तूने कुछ भी (खास) काम नहीं किया।  🔵 फिर कोई एक (शैतान) आकार कहता है कि मैंने फलाह फलाह को ना छोड़ा। यहां तक ​​कि उसमें और उसकी बीवी में (यानी की मियां बीवी में) जुदायी करवा दी, (ये सुन कर इब्लीस ) उस शैतान को अपने पास बुलाता है कि हां तूने बड़ा काम किया है। यहां तक की आमश रदी अल्लाहु अन्हु ने कहा कि वो ( इब्लीश ) उस (शैतान को) ) गले से लगा ...

दीनी मालूमात - इस्लाम की सबसे पेहली जंग कोनसी हैं?

दीनी मालूमात के सवाल जवाब दीनी मालूमात - इस्लाम की सबसे पेहली जंग कोनसी हैं? Option 🔵A :- जंगे खयबर Option 🔵B :- जंगे यमामा Option 🔵C :- जंगे बद्र Option 🔵D :- जंगे खंदक सवाल का जवाब आप सोचे। तब तक कुछ मालूमात भी पढ़े।इस सवाल का जो जवाब हैं वो जंग रमजान की 17 तारीख को यानी की 13 मार्च सन 624 में इस्लाम की सबसे पहली जंग मुस्लिम सेना और मक्का के कुरैश के कबीले की सेना के बीच अभी के सऊदी अरब के मदीने से 80 मिल दूर बद्र नामकी जगह में लड़ी गई थी। ये जंग इस्लाम की सबसे पेहली जंग थी जिसका नाम जंगे बद्र था । ये वो दौर था जब पयगंबरे इस्लाम मोहम्मद मुस्तफा सल्ललाहो अलयहे वसल्लम हुक्मे इलाही सबको बताया करते थे। और एक अल्लाह ही की इबादत करनी है ये कहा करते थे। जिसकी वजह से मक्के के लोग आपकी जान के दुश्मन बन गए थे। और फिर इस लिए वजह से आखिरकार आपको हिजरत करके मक्के से मदीने आना पड़ा।  इस दौरान आपके साथ चन्द जानिसार साथी थे। और ये सब साथी इबादते इलाही किया करते, नमाज पढ़ा करते, रोजे फर्ज होने के बाद रोजे रखा करते थे, और हर काम अल्लाह की रजा से किया करते थे। तमाम तकलीफों के बावज...

दीनी मालूमात - सोहर का अपनी बीवीको बहन या मां या बेटी जैसी केह देना कैसा ?

दीनी मालूमात - सोहर का अपनी बीवीको बहन या मां या बेटी जैसी केह देना कैसा ? Option A. जाइज है। Option B. हराम हैं। Option C. मकरुह हैं। Option D. गुनाह हैं।        जवाब जान ने से पहले आप इस मुद्दे को भी सही से समझे और फिर इसका जवाब क्या होना चाहिए ये आप खुद सोचे।  सोहर और बीवी के बीच निकाह से जो रिश्ता होता है वो रिश्ता हर एक रिश्ते से अलग होता है। इसलिए उसके निकाह के अंदर के अपने कुछ उसूल होते है जिसे समझना हर सोहर और बीवी के लिए फर्ज है, जरूरी है। अगर सोहर ऐसे ही मुहावरे के तौर पर यूंही केह देता है  अपनी बीवी से के तुम मेरी मां जैसी हो, मेरी बहन जैसी हो या बेटी जैसी हो तो अल्लाह तआला ने कुरआने पाक में वाजेअ तौर पर इरशाद फरमाया है के : "बेशक ये लोग एक ना पसंदीदा और जूठी बात कहते हैं।" तो इस तरीके से कुरआने पाक में 2 चीजों को बताया गया की - एक ये की - "ये लोग जुठी बात कहते है जो अपनी बीवी को मां, बहन, या बेटी कहते है। क्योंकि बीवी का रिश्ता है इसलिए ये बात जूठी ही हुवी।" और - दूसरा ये बताया गया के - "ये लोग बुरी बात ( ना पसंदीदा ) बात कहते है...