Skip to main content

S.A.KHALIFA

पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/Pahuchoon Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english

  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english नात ख्वान ज़ोहेब अशरफ़ी की आवाज में बेहतरीन नात शरीफ  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english हैं मेरे ख़यालों में वो एहसास की सूरत, मैं भूल जाऊं उनको ये मुमकिन ही नहीं है, दिल सुनके उनका नाम धड़कता है अदब से, हालांकि उन्हें आंख से देखा भी नहीं है! पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। यह उनकी रज़ा है मुझे भेजें मुझे रोकें, वापस मैं नहीं आऊंगा, सोचा तो यही है। पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। हैं गुंबदे ख़ज़रा के सिवा और भी जलवे, आंखों के लिए ख़ास, नज़ारा तो यही है। पहुचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। इज़हार ए ग़म ए हिज्...

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार/Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar Lyrics in Hindi-english/naat sharif in hindi


हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार/Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar Lyrics in Hindi-english/naat sharif in hindi

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार/Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar Lyrics in Hindi-english/naat sharif in hindi

Naat khwan:- Hafiz Tahir kadri
Poet:- Mohammad owaish Raza kadri


हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार इन हिंदी लिरिक्स👇

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार,,
जानो दिल तुम पर फ़िदा अये दो जहां के ताजदार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

में अकेला और मसाइल ज़िन्दगी के बेशुमार,
आप ही कुछ कीजिये ना अये शहे आली वक़ार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

याद आता है तवाफ़े खाना-इ-काबा मुझे,
और लिपटना मुलतजम से वालेहाना बार बार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।


संगे अस्वद चुम कर मिलता मुझे कैफो सुरूर,
चैन पाता देख कर दिल मुस्तजाबो मुस्तजार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

या खुदा दिखला हतीम-इ-पाक मीज़ाबो मकाम,
और सफा मरवाह मुझे बहरे रसूले जिवकार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

जा रहा है काफिला तयबाह नगर रोता हुआ,
में रहा जाता हूँ तन्हा अये हबीबे किर्दगार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

जल्द फिर तुम लो बुला और सब्ज़ गुम्बद दो दिखा,
फिर तमन्ना-इ-ज़ियारत ने किया है बेकरार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

काफिले वालों सुनो याद आये तो मेरा सलाम,
अर्ज़ करना रोते रोते हो सके तो बार बार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

चुम कर खाके मदीना जुमता फिरता था में,
याद आते हैं मदीने के मुझे लैलो नहार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

गुम्बदे ख़ज़रा के जल्वे और वो इफ्तारियाँ,
याद आती हैं बहोत रमज़ान ए तयबाह की बहार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

या रसूलल्लाह सुन लीजिये मेरी फ़रियाद को,
कौन है जो के सुने तेरे सिवा मेरी पुकार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

ग़मज़दा यूँ ना हुआ होता उबैदे क़ादरी,
इस बरस भी देखता गर सब्ज़ गुम्बद की बहार।

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार।।

💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar Lyrics in English👇


Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Mein Akela Aur Masaaeel Zindagi ke beshumaar,,
Aap hi kuchh kijiye na Aye Shahe Aali Waqaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Yaad aata hai tawaafe Khaana-e-Kaaba Muje,
Aur lipatna multazam se waalehana baar baar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Sange Aswad chum kar milta Muje kayfo Suroor,
Chain paata dekh kar Dil mustajaabo mustajaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Ya khuda dikhla Hateem-E-Paak Meezabo Makaam,
Aur Safa Marwaah Muje bahere Rasoole zi-waqaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Ja raha hai kaafila Taybaah nagar rota hua,
Mein raha jaata hun tanha Aye Habeebe Kirdagaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Jald fir Tum lo bula aur Sabz Gumbad do dikha,
Fir Tamanna-e-Ziyaarat ne kiya hai bekaraar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Kaafile waalon suno yaad aaye to Mera Salaam,
Arz karna rote rote ho sake to baar baar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Chum kar khaake Madina jumta firta tha Mein,
Yaad aate hein Madine ke Muje Laylo Nahaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Gumbade Khazra ke jalwe aur wo Iftariyaan,
Yaad aati hein bahot Ramzaane Taybaah ki bahaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Ya Rasulallah sun lijiye Meri fariyaad ko,
Kaun hai Jo ke sune Tere siwa Meri pukaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

Gam-zada yun na hua hota Ubaide Qadari,
Is baras bhi dekhta gar Sabz Gumbad ki bahaar.

Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar...

💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫💫

हो करम सरकार अब तो हो गए गम बेशुमार/Ho Karam Sarkar ab to ho gaye Gham beshumaar Lyrics in Hindi-english/naat sharif in hindi बेस्ट नात ख़ान की आवाज में सुने नात।👇💫









Comments

My popular post is here

नात लिरिक्स - हाल ए दिल किसको सुनाए-Naat lyrics in hindi

हाल ए दिल किसको सुनाए,,,, नात शरीफ लिरिक्स इन हिंदी।। हाल ए दिल किसको सुनाए एक बोहोत ही खूबसूरत  नात शरीफ के कलाम है जिसको यहां पर मैने हिंदी लिरिक्स में लिखा है।। दिल को छू जाने वाले कलाम और दर्द मंदो के दिल की आवाज जो हमारे नबी से दिल के अल्फाज के जरिए से बयां किए गए है।। कभी कभी दुआ को हम अपने अल्फाज से बोल कर बयां नहीं कर सकते पर तब ऐसी नात या कलाम के ज़रिए से हम अपने आका के  सामने अपने दिल की सारी ख्वाहिश रख दिया करते है।। हमारा सिर्फ जुबान से दुआ मांगना और इसके साथ साथ दिल की आवाज और अपने अश्कों के जरिए ऐसी कलाम को सुनकर या पड़कर दुआ मांगना  ऐसा है जैसे कोई गिफ्ट पैक करके उसे डेकोरेट करके किसीके सामने पेश किया जाए।। जैसे की गिफ्ट बेहतरीन अंदाज के साथ किसीको दी जाए तो लेने वाले की खुशी दुगनी हो जाती है,, बिलकुल वैसे ही ऐसी नात शरीफ को सुनकर या इस को पड़कर दुआ मांगना यानी की अपने अल्फाज , अश्क, दिल , अपने हाल, अपने दिमाग, और अपनी ख्वाहिसात के साथ दुआ मांगना है।।। और यकीन मानिए अगर इन सब फीलिंग के साथ आप कोई भी नात अगर पड़ेंगे तो आपको...

dua mangne ka sahi tarika aur dua kubul honeka sahi waqt/दुआ मांगने का सही तरीका और दुआ कुबूल होेनेका सही वक्त/दीनी मालूमात इन हिंदी

dua mangne ka sahi tarika aur dua kubul honeka sahi waqt/दुआ मांगने का सही तरीका और दुआ कुबूल होेनेका सही वक्त/दीनी मालूमात इन हिंदी हम इस पोस्ट में हम जानेंगे dua mangne ka sahi tarika aur dua kubul honeka sahi waqt/दुआ मांगने का सही तरीका और दुआ कुबूल होेनेका सही वक्त/दीनी मालूमात इन हिंदी । दुआ एक ऐसी इबादत हैं जो अगर बंदा अपने आपको अपने रब की बारगाह में पेश करके सुकून के साथ दिल और रुह के जरिए से बातें करता है और अपने हाल को बयां करता है।   दुआ यानी की अपने रब अजवजल्लाह यानी की पाक परवरदिगार की तारीफ करना और जो बातें या जो हाल  दुनिया में किसी से भी ना कह सके वो बातें अल्लाह पाक के साथ करना और अपने दिल के सारे राज अपने रब के हुजूर पेश करना। दुआ भी एक तरीके से इबादत ही हैं और अल्लाह पाक को सबसे ज्यादा पसंदीदा चीज ये को बंदा अपने रब से मांगे और अल्लाह अजवजल्लाह अपने बंदे को उसके मांगने पर उसकी जायज हर मुराद , उम्मीद और हर जायज दुआ को कुबूल और मकबूल करें। हम इस पोस्ट में dua mangne ka sahi tarika aur dua kubul honeka sahi waqt/दुआ मांगने का सही तरीका और दुआ कुबूल होे...

सिंधी मदाह शरीफ इन हिंदी लिरिक्स/Sindhi Maddah Sharif In Hindi Lyrics

सिंधी मदाह शरीफ इन हिंदी लिरिक्स/Sindhi Maddah Sharif In Hindi Lyrics सिंधी मदाह शरीफ के लिरिक्स से पहले आपको ये जान लेना जरूरी है की ये मदाह आखिर हैं क्या और मदाह किसे कहते हैं?  " मदाह " एक अरबी शब्द हैं जिसका मतलब होता हैं "किसी की प्रसंशा (तारीफ) (स्तुति) (बढ़ाई) करना।"  सिंधी मदाह शरीफ गौंशे आजम दस्तगीर की तारीफ में लिखी हुई मदाह हैं। जिसे कच्छ और सिंध के सब मुस्लिम पढ़ते हैं। इस मदाह शरीफ को खास तौर पर गौंशे आजम दस्तगीर की ग्यारहवीं के दिन यानी की हर माह की ग्यारहवीं को पढ़ा जाता हैं। और कुछ लोग इस मदाह शरीफ़ को हर रोज शाम को मगरिब के वक्त गौंशे आजम दस्तगीर के नाम का दिया जला कर दुआ मांग कर भी हर रोज पढ़ते हैं। इस मदाह शरीफ की बोहोत सी फजीलते भी हासिल हैं। ये सिर्फ एक मदाह शरीफ यानी की सिर्फ गौंशे आजम दस्तगीर की तारीफ ही नहीं बल्की तारीफ के साथ साथ गौंशे आजम दस्तगीर के मुरीद हो कर उनसे दुआ करने का बेहतरीन जरिया भी हैं। इस पूरी मदाह शरीफ में गौंशे आजम दस्तगीर से उनका मुरीद जो हैं वो अपने दिल के सारे हाल भी बयान कर रहा है और गौंशे आजम दस्तगीर ...

नात लिरिक्स -मुश्किल को मेरी हल करो - नात लिरिक्स इन हिंदी

मुश्किल को मेरी हल करो मुश्किल कुशा अली, नात लिरिक्स इन हिंदी। मुश्किल को मेरी हल करो - नात लिरिक्स इन हिंदी मुश्किल को मेरी हल करो मुश्किल कुशा अली, नात लिरिक्स इन हिंदी।  Poet: Zeeshan Abidi: Composition: Saiyad Raza Abbas Zaidi दिल को छू जाने वाली नात शरीफ है ये । अपनी मुश्किल में मौला अली मुश्किल कुशा को याद करते हुवे और दिल से मेहसूस करते हुवे इस नात को जरूर पढ़े। जिसके अल्फाज हैं, " मुश्किल को मेरी हल करो मुश्किल कुशा अली" । ऐ कुल के मददगार सरदारों के सरदार, मुश्किल कुशा हो मेरे मौला मेरे सरकार। गर तुम ना करोगे तो करम कौन करेगा, गर तुम ना सुनोगे तो मेरी कौन सुनेगा। जहरा की मुसीबत का तुम्हे वास्ता अली, मुश्किल को मेरी हल करो मुश्किल कुशा अली। मौला मेरी निगाहों को हासिल हो ये सरफ, जीते जी एक बार दिखा दो मुझे नजफ, सांसों का रुक न जाए कहीं सिलसिला अली। मुश्किल को मेरी हल करो मुश्किल कुशा अली। मुश्किल घड़ी है कीजिए आसान रास्ते, सब पर करम हो बाली सकीना के वास्ते। तुम बिन नहीं है कोई मेरा आशरा अली, मुश्किल को मेरी हल करो मुश्किल कुशा अली। अय किबरिया की शान मोहम्मद ...

दीनी मालूमात क्वाट्स इन हिंदी/किरदार की खूबसूरती /dini malumat quotes in hindi

दीनी मालूमात क्वाट्स इन हिंदी/किरदार की खूबसूरती /dini malumat quotes in hindi दीनी मालूमात क्वाट्स इन हिंदी - कुछ खास किरदार की खूबसूरती पर क्वाट्स इन हिंदी।👇 1 ✨किरदार देख कर लोग हो जाते हैं मुरीद,      हम ज़बरदस्ती दिलों पर कब्ज़ा नहीं करते। 2 ✨किरदार शिद्दत से निभाइये ज़िन्दगी में,      क्यूंकि कहानी एक दिन सभी को बन जाना है। 3✨बरसों सवारते रहें अपने किरदार को,     मगर कुछ बाजी मार गए अपनी सूरत सवार के। 4✨यूँ तो फिर कई किरदार होते हैं इंसान के,     पर, जो जैसा समझे बस वही बन जाता हैं इंसान। 5 ✨किरदार की अजमत को कभी गिरने मत देना,     क्यूंकि मौत के बाद एक यही चीज है जो याद बन कर रेहजाती हैं। 6✨लाख सजरे खंगाल लो साहब,     वास्ते पड़ते ही किरदार  सबके खुलते हैं। 7✨वजूद जितना भी हसीन हों किसिका,     आखिर किरदार बाजी मार ही जाता हैं। 8✨चढ़ता है नज़रो में शख्स तो बस अपने किरदार से ,      यूँ ही किसी इंसान की इज़्जत नहीं होती । 9 ✨किरदार अपना पहले बनाने की बात क...

पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/Pahuchoon Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english

  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english नात ख्वान ज़ोहेब अशरफ़ी की आवाज में बेहतरीन नात शरीफ  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english हैं मेरे ख़यालों में वो एहसास की सूरत, मैं भूल जाऊं उनको ये मुमकिन ही नहीं है, दिल सुनके उनका नाम धड़कता है अदब से, हालांकि उन्हें आंख से देखा भी नहीं है! पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। यह उनकी रज़ा है मुझे भेजें मुझे रोकें, वापस मैं नहीं आऊंगा, सोचा तो यही है। पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। हैं गुंबदे ख़ज़रा के सिवा और भी जलवे, आंखों के लिए ख़ास, नज़ारा तो यही है। पहुचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। इज़हार ए ग़म ए हिज्...

Ya Nabi Salam Alayka-naat lyrics in hindi/या नबी सलाम अलैका-नात लिरिक्स इन हिंदी/नात लिरिक्स इन हिंदी

Ya Nabi Salam Alayka-naat lyrics in hindi/या नबी सलाम अलैका-नात लिरिक्स इन हिंदी/नात लिरिक्स इन हिंदी ये कलाम  Ya Nabi Salam Alayka-naat lyrics in hindi/या नबी सलाम अलैका-नात लिरिक्स इन हिंदी/नात लिरिक्स इन हिंदी  आका ए दो जहां मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलयहे वसल्लम की बारगाह में सलाम पेश करने के लिए खास तौर पर पढ़ा जाता हैं।  बोहोत ही ख़ूबसूरत सलाम ( नात ) है जिसमे आका ए दो जहां मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलयहे वसल्लम की दिल से, मोहब्बत से भरपूर बढ़ाई (तारीफ) की हैं और बंदा अपने लिए इस बढ़ाई (तारीफ) के जरिए अपने लिए दुआएं भी करता हैं। बोहोत ही प्यारा सलाम और हर आशिक की तरफसे दिलसे सलाम पेश करते हुवे ये रही नात की हिंदी लिरिक्स । Ya Nabi Salam Alayka-naat lyrics in hindi/या नबी सलाम अलैका-नात लिरिक्स इन हिंदी/नात लिरिक्स इन हिंदी👇 या नबी सलाम अलैका , या रसूल सलाम अलैका, या हबीब सलाम अलैका, सलवातुल्लाह अलैका। भेज दो अपनी अताएं,😌 बख्श दो सबकी ख़ताएँ🤲 दूर हो ग़म की घटाएँ,  वज्द में हम यूँ सुनाएँ, या नबी सलाम अलैका…...। या नबी सलाम अलैका , या रसूल सलाम अलैका, या हबीब ...