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पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/Pahuchoon Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english

  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english नात ख्वान ज़ोहेब अशरफ़ी की आवाज में बेहतरीन नात शरीफ  पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english पहुंचूं दरे सरकार पे नात लिरिक्स इन हिंदी/इंग्लिश/ Pahuchoon  Dare Sarkar Pe Chaha To Yahi Hai Lyrics in hindi/english हैं मेरे ख़यालों में वो एहसास की सूरत, मैं भूल जाऊं उनको ये मुमकिन ही नहीं है, दिल सुनके उनका नाम धड़कता है अदब से, हालांकि उन्हें आंख से देखा भी नहीं है! पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। यह उनकी रज़ा है मुझे भेजें मुझे रोकें, वापस मैं नहीं आऊंगा, सोचा तो यही है। पहुंचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। हैं गुंबदे ख़ज़रा के सिवा और भी जलवे, आंखों के लिए ख़ास, नज़ारा तो यही है। पहुचूं दरे सरकार पे चाहा तो यही है, आगे मेरी तक़दीर है, तमन्ना तो यही है। इज़हार ए ग़म ए हिज्...

Islam Ki Buniyad Char Chijon Par Hai/इस्लाम की बुनियाद चार चीजों पर हैं/दीनी मालूमात इन हिंदी

Islam Ki Buniyad Char Chijon Par Hai/इस्लाम की बुनियाद चार चीजों पर हैं/दीनी मालूमात इन हिंदी

इस्लाम की बुनियाद

एक दीन एक शख्स ने हजरत अली कर्रमल्लाहो वजहहूल करीम से सवाल किया, "अय अमीरूल मुअमिनिन! क्या आपने मदनी आका सलल्लाहो अलयहे वसल्लम से इस्लाम की बुनियाद का बयान सुना हैं?"  आपने जवाब में फरमाया: " मैंने रसूलल्लाह सलल्लाहो अलयहे वसल्लम को फरमाते हुवे सुना की इस्लाम की बुनियाद चार चीजों पर हैं। 

🔵 1.सब्र

🔵 2.यकीन

🔵 3.जेहाद और

🔵 4.इंसाफ

फिर इन सब में सबकी अलग अलग साखें यानी की पार्ट(भाग) हैं। इन सबको डिटेल में जानते और समझते हैं ताकि इस्लाम की सही बुनियाद को समझा जा सकें। बोहोत ही खूबसूरत तरीके से बयान है इस्लाम की बुनियाद के बारे में इसे पूरा जरूर पढे।

🔵 1.सब्र
सबसे पहले सब्र की चार शाखें (भाग) होती हैं। यानी की सब्र किस किस तरीके की होती हैं और किस तरीके से की जाती हैं।
💐1. ख्वाहिश
💐2. मोहब्बत
💐3. परहेजगारी और
💐4. इंतजार

इस बात पर गौर करें की जन्नत की 💐ख्वाहिश रखने वाला दुनियांकी लज्जतों (💐 मोहबतों) से दूर रहता हैं, और दोजख से डरता हैं, हराम कामों से बचता हैं। मुत्तकी और 💐परहेजगार शख्स के लिए तकलीफें आसान कर दी जाती हैं, और मौत का 💐 इंतजार करने वाला खैरात की तरफ जल्दी करनेवाला हो जाता हैं।

🔵 2.यकीन
इसी तरह यकीन की भी चार शाखें हैं। यानी की यकीन किस किस तरीके का होता हैं और किस तरीके से कीया जाना चाहिए।
💐 1. अकल मंदी को निगाहों में रखना
💐 2. अकल की शरह और तफशीर जानना
💐 3. खौफ और नसीहत की पहचान रखना और
💐 4. सुन्नत पर अमल करना

इस लिए जिस शख्स ने 💐अक्लमंदी को जान लिया, उसने 💐अक्ल की ताविल करली। और जिस ने अक्ल की ताविल करली , उसने 💐नसीहत को पहचान लिया। और जिसने नसीहत को पहचान लिया उसने 💐सुन्नत पर अमल किया। और जिसने सुन्नत पर अमल किया , वो पहले ज़मानेवालों में शामिल हो गया।💐

🔵 3.जेहाद
इसी तरह जेहाद की भी चार शाखें हैं। यानी की जेहाद किस किस तरीके का होता हैं और कब कीया जाना चाहिए।
'अम्मर बिल मअरूफ नही अनिल मुन्कर '

💐 1. नेकी की दावत देना
💐 2. बुराई से रोकना
💐 3. सच्चाई को हमेशा इख्तियार करना और
💐 4. फासिकिनसे दुश्मनी रखना

इस लिए जिसने किसीको 💐नेकी की दावत दी, उसने मोमीन की पीठ मजबूत की। जिस ने किसीको 💐बुराई से रोका, उसने मुनाफिक की नाक खाक में मिला दी। जिस ने 💐सच्चाई को पल्ले बांध लिया , उसने अपना फर्ज पूरा कर लिया। और अपने दिन इस्लाम की हिफाजत करली। जिसने 💐फासिकिन से दुश्मनी मोड ली उसने अल्लाह के लिए गुस्सा किया और जिसने अल्लाह के लिए गुस्सा किया, अल्लाह उसके लिए गुस्सा करेगा। 💐

🔵 4. इंसाफ
इसी तरह इंसाफ की भी चार शाखें हैं। यानी की इंसाफ किस किस तरीके का होता हैं और कैसा कीया जाना चाहिए।

💐 1. समझ और अक्ल को बहुत ही सोच समझ कर इस्तेमाल करना।
💐 2. इल्म को तरोताजा रखना।
💐 3. सरीअत के अहकाम मालूम करना। और
💐 4. नर्मी और सब्र के बाग में रहना।

इसलिए जिसने 💐समझ और अक्ल को बहुत सोच समज कर इस्तेमाल किया, उसने सभी इल्मोंकी तफसीर और तशरीह पा ली। जिसने 💐इल्म को तरोताजा रखा, उसने सरिअत के अहकाम मालूम कर लिए। जिसने 💐सरिअत के एहकाम मालूम कर लीये , वो नर्मी और सब्र के बागों में रहनेवाला हो गया। और 💐नर्मी और सब्र के बागों में रहने वाला किसी भी काम में कमी नहिं किया करता और वो लोगों में इस तरह जीया करता हैं की सब उससे राहत और आराम में होते हैं। यानी के उस शख्स से कभी किसीको कोई तकलीफ पहोंचे ऐसा नहीं होता बल्कि वो शख्स सबके लिए सुकून का बाइस बन जाता हैं।(हिल्यतुल औलिया) 💐

हमने इस पोस्ट में जाना की Islam Ki Buniyad Char Chijon Par Hai/इस्लाम की बुनियाद चार चीजों पर हैं/दीनी मालूमात इन हिंदी में और आप सबको अगर ये पोस्ट पसंद आई हो तो इस दीनी मालूमात को आगे भी जरूर शेयर करिए।


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